रिकॉर्ड ब्रोकन, 30 दिन में टेक्‍नीकल, रॉयल्‍टी व लीडरशिप

04/04/2012 08:39

जैसे क्रिकेट हिन्‍दुस्‍तान में सबसे ज्‍यादा देखे जाने वाला खेल है, वैसे ही एमएलएम भी सबसे ज्‍यादा किया जाने वाला बिजनस बन चुका है, लेकिन यह बात जुदा है कि एमएलएम के नाम पर लोगों को अक्‍सर धोखा मिला है।
 

मगर जेबीएम परिवार, एक ऐसा समूह, जो यह साबित कर चुका है कि इससे बेहतर एमएलएम हो ही नहीं सकता, इसका साबूत मार्च 2012 में हुए रिकॉर्ड तोड़ बिजनस है। जी हां, केवल 30 दिन में टेक्‍नीकल, रॉयल्‍टी व लीडरशिप जैसी प्राप्‍तियां हासिल की हैं, जेबीएम परिवार सदस्‍यों ने।


मार्च महीने का बिजनस स्‍टार्ट हुआ, आठ मार्च के आस पास। बिजनस को लेकर लोगों के मनों में आशंकाएं थी, कहते हैं न दूध का जला छाछ भी फूंक फूंकर पीता है, लेकिन बिजनस प्‍लान व कंपनी के नजरिए को समझने के बाद आशंकाएं भी खत्‍म हो गई। इसके बाद शुरू हुआ असली बिजनस, जेबीएम सदस्‍यों ने कुछ टार्गेट लिए, टार्गेट भी कुछ ऐसे जो सबको हैरत में डाल देने वाले, महीने के अंदर अंदर टेक्‍नीकल पिन जैसे टार्गेट, खासकर उस समय, जब कंपनी नया माल बढ़ती मांग को देखकर बनाने का ऑर्डर दे रही हो, और महीने के अंत माल डिलीवर होने की कोई संभावना न दिख रही हो, मगर आशंकाएं अब आस्‍था व विश्‍वास में बदल चुकी थी। वर्क शुरू हो चुका था, स्‍टॉक शॉपों पर पहुंच चुका था, मगर माल अभी रास्‍तों में था, मगर टीम को एक दूसरे पर पूर्ण विश्‍वास था, सभी साथी एक दूसरे से कंधा मिलाकर टार्गेटों को पूरा करने में जुटे हुए थे। ऐसे में पहला रिकॉर्ड उस समय टूटा, जब बिजनस स्‍टार्ट होने के पहले ही हफते कुलवंत हैप्‍पी ने लीडरशिप लेवल को क्रॉस करते हुए रॉयल्‍टी लेवल को टच किया। इसके बाद दूसरा धमाका उसके एक दिन बाद हुआ, जब जम्‍मू कश्‍मीर से मोम्‍हद रियाज की लीडरशिप हुई। इसके बाद बिजनस ने और गति पकड़ी, मोहम्‍मद रियाज रॉयल्‍टी पहुंचे जबकि पंजाब से मलय सामंत व सैयद दस्‍तगीर लीडरशिप, बिजनस अब भी कहां रुकने वाला था, क्‍योंकि टीम पूरे जोशो खरोश के साथ निरंतर लगी हुई थी, अंत बिजनस क्‍लॉज होने से पहले कुलवंत हैप्‍पी छह फीसदी रॉयल्‍टी, मोहम्‍मद रियाज टेक्‍नीकल, सैयद दस्‍तगीर तीन फीसदी रॉयल्‍टी, शामाकांत लीडरशिप, मलय सामंत लीडरशिप लेवल को अचीव कर चुके थे।

एक महीने के अंदर छह लाख से ऊपर बिजनस खींचना, कोई आसान काम नहीं, जबकि कोई कंपनी अपना विस्‍तार कर रही हो, हां मगर तब मुश्‍किल भी नजर नहीं आता, जब कंपनी के महाप्रबंधक कंपनी जिम्‍मेदारियों का वहन पूरी शिददत के साथ कर रहे हों।

सलाम रिकॉर्ड ब्रोर्क्‍स को

बिहार टीम को भी सलाम
जहां जम्‍मू कश्‍मीर, पंजाब, राजस्‍थान वाया महाराष्‍ट्र टीम में जोशोखरोश दिखा, वहीं दूसरी ओर बिहार टीम में भी विश्‍वास की कोई कमी नजर नहीं आई,  उमेश चौधरी, रणजीत कुमार, श्रीनिवास कर्नाटका, मनोज कुमार मनु, शमीम मोहम्‍मद, मनोज कुमार, सत्‍यप्रकाश राय, अजय कुमार, गोपाल कुमार, मनोज मिश्रा, सुधीर कुमार सिंह, लल्‍लन दास, बिपिन कुमार पाण्‍डे  की अगुवाई में काम कर रही बिहार टीम भी शाबासी की हकदार है, क्‍योंकि इस टीम ने वो कर दिखा, जिसकी की ओर उम्‍मीद ही नहीं थी, अभी तक सहरसा के अंदर कोई उत्‍पाद नहीं पहुंचा, लेकिन फिर इस टीम का बिजनस डेढ़ लाख बिजनस वैल्‍यू से ऊपर था, जो हैरत में डाल देने वाला है, इस टीम का जोश देखने के बाद नहीं लगता कि अब जेबीएम की रफतार राजधानी एक्‍सप्रेस से कम होगी, जो बात मैंने बहुत पहले एक व्‍यक्‍ित की प्रतिक्रिया पर प्रतिक्रिया देते हुए कही थी।

अपनी सफलता पर लीडर कहते हैं
यह तो अभी शुरूआत है, आगे आगे देखिए होता है। यह रिकॉर्ड ब्रोकन केवल उन लोगों के लिए सबक हैं, जो कहते हैं कि सैंकड़े बिजनस वैल्‍यू के दम पर जब इन  उपलब्‍िधयों हासिल करने के लिए कई साल लगते हैं, तो एक महीने में सिर्फ सौ बिजनस वैल्‍यू की ज्‍वॉइनिंग से कैसे पहुंचा जा सकता है।

जेबीएम परिवार के महाप्रबंधक कहते हैं
श्री अशोक मंगुकिया, एमडी जेबीएम परिवार ने देर रात उन सभी सदस्‍यों को बहुत बहुत बधाई दी, जो एक लक्ष्‍य के लिए निरंतर प्रयत्‍नशील थे एवं उन्‍होंने अपने लक्ष्‍यों को हासिल किया। इसके अलावा उन्‍होंने बिहार टीम को भी मुबारकबात दी, जिन्‍होंने अंत समय तक अपने टार्गेट के लिए प्रयत्‍न किया एवं उस टार्गेट को बिना किसी उत्‍पाद डिलीवरी के अपने विश्‍वास के बल पर हासिल किया। एमडी जी ने रियाज मोहम्‍मद, सैयद दस्‍तगीर, शामा कांत, अरविंद जी, मलय सामंत, किरिट सिंह चावड़ा, विष्‍णु जी ठाकोर, कन्‍नु जी ठाकोर, शैलेश भट़ट, रणजीत सिंह, उमेश चौधरी, रविशंकर जोशी एवं उनकी पूरी टीम को बधाई दी है, इतिहास रचने के लिए।